सोमवार, 28 जनवरी 2013

जिन्दगी की व्यस्तता

कभी-कभी जिन्दगी इतनी व्यस्त हो जाती है कि हम जिन्हें बहुत चाहते है उनसे मुलाकात भी नहीं कर पाते है । जैसे मै अपने भांजे से बहुत प्यार करता हूँ पर व्यस्तता के कारण उससे मुलाकात ही नहीं कर पाया पूरे दो महीने हो गये पर उसका वो प्यार भरा चेहरा  मै नहीं देख पाया हूँ । अब किसी भी दिन मै उससे मिलने के लिए  जाने ही वाला हूँ क्योंकि मुझे उसकी बहुत याद आ रही है । जब भी उसका चेहरा देखता हूँ तो जीवन की खूबसूरती का एहसास होता है और जिन्दगी के सारे तनाव भूल जाता हूँ । मुझे तो ऐसा लगता है कि बच्चे ईश्वर की सबसे प्यारी रचना है । वो हममें एक अलग ही एहसास जगाते है । उस अहसास को इतनी जल्दी नहीं भुलाया जा सकता है । मुझे अपने भांजे की सबसे अच्छी बात उसका मुस्कराना लगता है । जल्द ही उससे मुलाकात होगी ।

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